जल पर बाल कविता - Poem On Water In Hindi

 जल पर बाल कविता - Poem On Water In Hindi

Poem On Water In Hindi : पानी धरती के लिए कितना उपयोगी है यह बात सभी जानते है क्योंकि इसके बिना जीवन संभव नही है। कहते है जल है तो कल है और यही सच बात है क्योंकि पानी के बिना कल की कल्पना भी नहीं की जा सकती। पानी मनुष्य, पशु पक्षी, पेड़ पौधे, जीव जंतु सभी के लिए जरूरी है इसी लिए सरकार, NGO, और सभी लोग जो पानी का महत्व समझाते है और इसे बचाने के लिए लोगो को प्रेरित करते है, Water Saving campaign चलाते है। 
  सभी स्कूलों में भी बच्चों को अच्छी आदतों में पानी बचाना और उसका महत्व सिखाया जाता है। हमारी इस पोस्ट में भी हम पानी के महत्व पर कविताएं लाए है। पानी हमारे लिए कितना जरूरी है और उसे हम सभी को मिलाकर बचाना चाहिए यह हमने जल पर कविता के माध्यम से बताने की कोशिश की है। पानी पर कविता की इस पोस्ट में पानी के उपयोग और पानी की समस्या को दर्शाया गया है। हमे अपने आनेवाले कल के लिए आज ही पानी को बचाना बहुत जरूरी है यह बात हमने अपनी कविता में बताई है। 
  Save Water Save Life, जल ही जीवन है जैसी बाते हमें जीवन के सूत्र के रूप में अपनानी होगी तभी हम भविष्य के लिए पानी को बचा सकेंगे। धरती पर एक तिहाई पानी है, पर पीने योग्य पानी बहुत कम है, इसीलिए हमें पानी को बहुत संभालकर इस्तेमाल करना चाहिए। पानी का प्रदूषण पर्यावरण के लिए बहुत ही हानिकारक है इसी लिए हमें धरती के जल को प्रदूषण से भी बचना है, तभी हम आने वाले वक्त के लिए पानी को बचा पाएंगे। 

पानी पर कविता - जल पर बाल कविता 


Paani Par Kavita - Bal Kavita



यह मीठा पानी, यह खारा पानी
हर जीव के लिए , है जीने का पानी
यह प्यास बुझाता, यह जान बचाता
सृष्टि पर जीवन करता संभव पानी

सागर का पानी, नदी का पानी
तालाब का पानी या कुएं का पानी
पर्वत से गिरता झरने का पानी
जीवन अमृत है धरती का पानी

है बूंद बूंद यह कीमती पानी
है सब का अधिकार पीने का पानी
हम सबको मिलकर है बचाना पानी
है भविष्य के लिए जरूरी पानी

जिसका नही है विकल्प वो है पानी
जिसके दुरुपयोग से होगी हानि
आओ उसे बचाने का करे संकल्प
हम करे संरक्षित धरती का पानी


Yah Meeta Paani, Yah Khaara Paani
Har Jeev Ke Liye, Hai Jeene Ka Paani
Yah Pyaas Bujhaata, Yah Pyaas Mitaata
Srishti Par Jivan Karta Sambhav Paani

Sagar Ka Paani, Nadi Ka Paani
Taalab Ka Paani Ya Kuen Ka Paani
Parvat Se Girta Jharane Paani
Jivan Amrut Hai Dharti Ka Paani

Hai Bund Bund Yah Keemati Paan
Hai Sab Ka Adhikaar Peene Ka Paani 
Hum Sabko Hai Milkar Hai Bachaana Paani
Hai Bhavishya Ke Liye Jaruri Paani

Jiska Nahi Hai Koi Vikalap Wo Hai Paani
Jiske Durupyog Se Hogi Haani
Aao Use Bachaane Ka Kare Sankalp
Hum Kare Sanrakhsit Dharti Ka Paani



पानी को बचाना है - बाल कविता 


पानी को बचाना है, 
पानी को बचाना है
इस जीवन संदेश को 
हमें सब तक पहुंचना है

पानी से है जीवन अपना
इसके बिना कोई ना कल है
भविष्य में ना हो बड़ी समस्या 
पानी बचाना ही इसका हल है

पानी से ही है स्वर्ग यह धरती
हरी भरी उपजाऊ है धरती
पानी को हमें बचाना है
इस धरती को हमें बचाना है

पेड़ भी होगा, फुलवारी भी होगी
अनाज भी उगेगा, हरियाली भी होगी
आज बचायेंगे अगर हम पानी को
तभी जीवन में कल खुशहाली होगी


Paani Ko Bachaana Hai
Paani Ko Bachaana Hai
Is Jeevan Sandesh Ko 
Hume Sab Tak Pahuchana Hai

Paani Se Hai Jeevan Apna
Iske Bina Koi Na Kal Hai
Bhavishya Mein Na Ho Badi Samasya
Paani Bachaana Hi Iska Hal Hai

Paani Se Hi Hai Swarg Yah Dharati
Hari Bhari Upajhau Hai Dharati
Paani Ko Humein Bachaana Hai
Is Dharati Ko Humein Bachaana Hai

Ped Bhi Hoga, Phoolwari Bhi Hogi
Anaaj Bhi Ugega, Hariyaali Bhi Hogi
Aaj Bachaayenge Agar Hum Paani Ko
Tabhi Jeevan Me Kal Khushhaali Hogi

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ