Shayari Ishq Mohabbat Gila - Hindi Shayari
इश्क मोहब्बत में तो दर्द भी है और सज़ा भी, अगर प्यार का एहसास हो जाए तो सज़ा में भी है एक मज़ा सी। यूं ही किसे दर्द पसंद होता है, पर प्यार की तो यही शर्त होती है ना, की जो भी इसके साथ मिलेगा उसे सहना ही होगा, फिर पछतावा कैसा? जो भी इस से गुज़र सकता है वही तो प्यार की मंजिल को पाता है। वरना सिर्फ चाहने से मिल जाए यह तो बस मुकादर की बात है। नसीब से प्यार मिल सकता है, लेकिन प्यार से नसीब नहीं मिलता यह भी एक सच ही है।
गिला भी तुझसे है बहुत,
मगर मोहब्बत भी..
वो बात अपनी जगह है,
यह बात अपनी जगह..
Gila Bhi Tujhse Hai Bahut,
Magar Mohabbat Bhi..
wo Baat Apni Jagah Hai,
Yah Baat Apni Jagah..
आजकल सब कहते है
मैं बुझी बुझी सी रहती हूं..
अगर जलती रहती
तो कब की ख़ाक ना हो जाती..
Aajkal Sab Kahte Hai
Mein Bujhi Bujhi Si Rahti Hun..
Agar Jalti Rahti
To Kab Ki Khaak Na Ho jaati..
देखते ही देखते उनके तेवर चढ़ जाते है..
ज्यादा प्यार करने लगो तो भाव बढ़ जाते है..
Dekhte Hi Dekhte Unke Tevar Chaadh Jaate Hai..
Zyada Pyar Karne Lagi To Bhaav Badh Jaate Hai..
थोड़े से लफ्जों में
बहुत सा प्यार लिखना है..
कभी दिल लिखना है
तो कभी यार लिखना है..
Thode Se Lafzon Mein
Bahut Sa Pyar Likhna Hai..
Kabhi Dil Likhna Hai To
Kabhi Yaar Likhna Hai..
देखते है हम दोनो
कैसे जुदा हो पाएंगे..
तुम मुकद्दर का लिखा मानते हो
हम दुआ आजमाएंगे..
Dekhte Hai Hum Dono
Kaise Juda Ho Payenge..
Tum Mukaddar Ka Likha Maante Ho
Hum Dua Aazmayenge..
सौ ख्वाहिशें है मेरी और मेरी हर ख्वाहिश में तू है..
मैं इस कदर तेरी हूं के मेरा मैं होना मुश्किल है..
Sau Khwahishein Hai Meri
Aur Meri Har
Khwahish Mein Tu Hai..
Mein Is Kadar Teri Hun
Ke Meta Mein Hona Mushkil Hai..
तुझे पाने की ख्वाहिश तो
हम दिल से मिटा देंगे..
लेकिन, तेरा ही हो जाने का
एहसास मिटाए तो कैसे..
Tujhe Paane Ki Khwahish To
Hum Dil Se Mita Denge..
Lekin, Tera Hi Ho Jaane Ka
Ehsaas Mitaaye To Kaise..
कर्ज़ होता तो उतार भी देते..
कंबख्त इश्क था चढ़ा रहा..
Karz hota To Utaar Bhi Dete..
Kambhakht Ishq Tha Chadha Raha..
सुनो, तुम कर लो नजरंदाज
अपने हिसाब से..
मोहब्बत हम भी तुम से
बेहिसाब करेंगे..
Suno, Tum Kar Lo Nazarandaaz
Apne Hisaab Se..
Mohabbat hum Bhi Tum Se
Behisaab Karenge..
चाहे तुम जितने भी दूर रहो
चाहे तुम जितने भी दूर रहो
तुम्हारे लिए मेरे जज़्बात ना बदलेंगे
बदलेंगे मौसम हर साल हर महीने
तुम्हारे लिए मेरे खयालात ना बदलेंगे
Chaahe Tum Jitne Bhi Door Raho
Tumhaare Liye Mere Jazbaat Naa Badlenge
Badlenge Mausam Har Saal Har Mahine
Tumhaare Liye Mere Khayaalat Naa Badlenge
और होंगे कई जो इश्क में जान देते है
हम तुम्हें पूरी जिंदगी का इंतजार देंगे
जब भी पुकारोंगे मिलेंगे तुम्हे आसपास
हम तुम से न बिछड़ने का एहसास देंगे
Aur Honge Jai Ho Ishq Mein Jaan Dete Hai
Hum Tumhein Puri Zindagi Ka Intezar Denge
Jab Bhi Pukaaronge Milenge Tumhein Aaspaas
Hum Tum Se Naa Bichadne Ka Ehsaas Denge
तेज़ धूप को भी हम छांव कह लेंगे..
तेरे संग हम हर हाल में रह लेंगे
मिल जायेंगे तुझमें जैसे नदी समंदर में
अपनी जिंदगी हम तेरे नाम कर देंगे
Tez Dhoop Ko Bhi Hum Chaanv Kah Denge
Tere Sang Hum Har Haal Mein Rah Lenge
Mil Jaayenge Tujhmein Jaise Nadi Samandar
Mein
Apni Zindagi Hum Tere Naam Kar Denge..
समंदर
समंदर तो उभारना चाहता था हमें,
मगर एक तिनका हम को ले डूबा..
Samandar To Ubhaarana Chaahta Tha Humein
Magar Ek Tinka Humko Le Dooba..
Watch Some Of Our These Shayaries In A Video
1 टिप्पणियाँ
bahut badiya sir post likha aapne
जवाब देंहटाएंSHYARI HINDI